Samachar Jagat: Ajmer: Saturday,
May 28, 2016.
सूचना
के अधिकार अधिनियम की जन्मस्थली अजमेर जिले के ब्यावर में चांगगेट स्थित स्वामी
कुमारानंद सर्किल पर मूर्ति के समीप ही भ्रष्टाचार के खिलाफ इस लड़ाई का स्मारक
बनाया गया है।
सामाजिक
कार्यकर्ता एवं मैगसेसे पुरस्कार विजेता डॉ. अरुणाराय की दिली इच्छा थी कि जहां से
भ्रष्टाचार के खिलाफ बिगुल बजा वहां स्मारक का निर्माण होना चाहिए। नगर परिषद
ब्यावर ने स्मारक विकसित किया जिसका आज डॉ. अरुणा राय की मौजूदगी में लोकार्पण
किया।
इस
मौके पर अरुणा राय ने कहा कि,
भ्रष्टाचार के खिलाफ
सूचना का अधिकार सबसे बड़ा हथियार है। इस मौके पर शंकर सिंह रावत और निखिल डे सहित
मजदूर किसान शक्ति संगठन के पदाधिकारी मौजूद रहे।
उल्लेखनीय
है कि सूचना के अधिकार के लिए समाजिक कार्यकर्ता अरुणा राय के नेतृत्व में गत 6 अप्रैल को ब्यावर के चांगगेट पर धरना शुरु किया गया
था। चालीस दिनों तक चले धरने के बाद राजधानी जयपुर में धरना शुरु किया गया जिसकी
आवाज दिल्ली तक पहुंची।
इस
बीच आंदोलन के दौरान कई उतार चढ़ाव आये। लेकिन अंत में सूचना के अधिकार का कानून
बना जो आज आम लोगों के लिए न केवल महत्वपूर्ण साबित हो रहा है बल्कि इसके उपयोग से
आमजन को लाभ मिल रहा है।
