Nai
Dunia: ग्वालियर: Monday, 05 May 2014.
प्रदेश
के मेडिकल कॉलेजों में चल रहे फर्जीवाड़े का आरटीआई लगाकर सिलसिलेवार खुलासा करने
वाले ग्वालियर के आरटीआई कार्यकर्ता आशीष चतुर्वेदी पर पर छह माह पहले जानलेवा
हमला हुआ था। गजराराजा मेडिकल कॉलेज में 2006 से 2012 तब के सभी बैच में कई अहम
जानकारियां एसटीएफ और चिकित्सा शिक्षा विभाग तक पहुंचाने वाले आरटीआई कार्यकर्ता
पर रविवार की शाम कॉलेज के फर्जी छात्रों ने हमला किया। पीड़ित आरटीआई कार्यकर्ता
ने कंपू पुलिस थाना में एफआईआर दर्ज कराई है। पीड़ित का कहना है कि कंपू थाने में
पहले तो एफआईआर दर्ज नहीं की जा रही थी, लेकिन
जब उसने एसटीएफ के वरिष्ठ अधिकारियों को फोन लगाया तब पुलिस ने एफआईआर दर्ज की।
मेडिकल
कॉलेजों में फर्जीवाड़े का लगातार एक के बाद एक खुलासा करने वाले नाकाचंद्रवदनी
निवासी आरटीआई कार्यकर्ता आशीष चतुर्वेदी ने हाल ही में राहुल यादव के एक मामले
में अहम जानकारी एसटीएफ व अन्य जांच एजेंसियों तक पहुंचाई और उसके बाद से आशीष को
लगातार धमकी मिल रही थी। रविवार की शाम आशीष बाइक से जेएएच परिसर से गुजर रहा था, तभी बाइक क्र. एमपी 07 एमआर
8439 पर सवार तीन युवकों ने उसे घेर लिया और डंडे से मारना शुरू कर दिया। मारपीट
के वक्त आशीष हेलमेट पहने हुए था इस कारण से उसका सिर बच गया पर पैर और पीठ में
चोट आ गई। मारपीट कर तीनों संदिग्ध युवक मौके से फरार हो गए।
एसटीएफ
अधिकारी के हस्तक्षेप से हुई एफआईआर:
आशीष
जैसे ही मामले को लेकर कंपू थाने में एफआईआर कराने पहुंचा तो उसके पुलिस ने लौटा
दिया। उसके बाद आशीष ने एसटीएफ के आला अधिकारी को फोन लगाकर मामले की जानकारी दी।
अधिकारी ने तत्काल ग्वालियर पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी को मामले पर काम करने के लिए
कहा। वरिष्ठ अधिकारी ने कंपू पुलिस थाने में बात की और उसके बाद फिर आशीष की
एफआईआर दर्ज की गई। इस मामले में आरटीआई एक्टिविस्ट आशीष चतुर्वेदी का कहना है कि ' मैं जेएएच से गुजर रहा था तभी
मेरे ऊपर तीन युवकों ने जानलेवा हमला किया। यदि पुलिस उक्त लोगों को मेरे सामने
लाए तो हुलिए के आधार पर मैं उन्हें पहचान सकता हूं।