Tuesday, May 28, 2013

आरटीआई के जवाब में मिली मौत!

अमर उजाला: महेंद्रगढ़/ब्यूरो: Tuesday, May 28, 2013.
आरटीआई के तहत गांव के विकास कार्यों की जानकारी मांगने पर एक किसान की हत्या करने का मामला सामने आया है। पिछले दिनों गांव आकोदा में गांव के ही सात-आठ व्यक्तियों ने किसान की पीट-पीट कर हत्या कर दी। हत्यारों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर किसान के परिजनों और ग्रामीणों ने रविवार को शव एक वाहन में रखकर गांव के बस स्टैंड पर जाम लगा दिया। इससे दादरी-महेंद्रगढ स्टेट हाईवे दो घंटे तक ठप रहा।
डीएसपी विजय सिंह जाखड़ ने जल्द हत्यारों की गिरफ्तारी का आश्वासन देकर जाम खुलवाया। इसके बाद पुलिस ने मृतक का पोस्टमार्टम कराके शव परिजनों को सौंप दिया। पुलिस ने गांव के ही आठ लोगों और एक अन्य के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया है।
लाठी-डंडों से किया हमला:
गांव आकोदा निवासी सुरेश शनिवार शाम छह बजे अपनी बाइक से खेत पर जा रहा था। वह कुछ दूर ही पहुंचा था कि पीछे से आ रही एक बोलेरो गाड़ी ने उसकी बाइक को टक्कर मार दी। इससे वह नीचे गिर गया। सुरेश कुछ समझ पाता, इससे पहले ही बोलेरो में सवार गांव के करीब आठ लोगों ने उस पर लाठी-डंडों से हमला कर दिया। शोर सुनकर ग्रामीण मौके की ओर दौड़ पड़े। लोगों को आते देख हमलावर गाड़ी में बैठकर फरार हो गए।
मांगी थी सरपंचों के काम की जानकारी:
बाद में लोगों ने गंभीर रूप से घायल सुरेश को महेंद्रगढ़ के सिविल अस्पताल में पहुंचाया। उसकी गंभीर हालत को देखते हुए चिकित्सकों ने उसे पीजीआई रोहतक रेफर कर दिया। पीजीआई ले जाते समय रास्ते में सुरेश की मौत हो गई।
सुरेश के भाई विरेंद्र ने पुलिस को दिए अपने बयान में बताया कि उसके भाई ने आरटीआई के तहत गांव के पूर्व सरपंच वेदपाल और मौजूदा महिला सरपंच शर्मिला के कार्यकाल में कराए गए विकास कार्यों की जानकारी मांगी थी।
इसी रंजिश में महिला सरपंच के पति जितेंद्र ने गांव के ही शीशराम, राजकुमार, सतीश, सुरेंद्र, सतबीर, वेदपाल, सुरेंद्र उर्फ लीला और एक अन्य व्यक्ति के साथ उसके भाई सुरेश पर हमला किया। पुलिस ने विरेंद्र के बयान पर सभी के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है।