Friday, September 02, 2011

शेहला मसूद मर्डर केस में तरुण विजय से पूछताछ होगी.

नवभारत टाइम्स:Friday, Sep 02, 2011.
भोपाल।। आरटीआई कार्यकर्ता शेहला मसूद मर्डर केस में बीजेपी सांसद तरुण विजय से भी पूछताछ होगी। मध्य प्रदेश पुलिस उनसे पूछताछ के लिए दिल्ली आएगी। बताया जा रहा है कि हत्या वाले दिन शेहला और तरुण विजय के बीच लंबी बातचीत हुई थी। उधर, इस मामले में बीजेपी सांसद का नाम आते ही कांग्रेस ने इसकी जांच सीबीआई से कराने की मांग शुरू कर दी है।
कांग्रेस के जनरल सेक्रेटरी दिग्विजय सिंह ने इस मामले पर सीबीआई जांच की मांग करते हुए कहा कि हत्याकांड में बीजेपी नेता तरुण विजय के लिंक होने होने के अलावा भी सभी मामलों की जांच की जानी चाहिए।
पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने कहा, 'दिनदहाड़े जिस तरह से यह हत्या की गई है, वह असल में बहुत दर्दनाक है। इस पूरे मामले की विस्तृत जांच की जानी चाहिए। अब जबकि इतरुण विजय का नाम भी गया है तो चीफ मिनिस्टर को चाहिए कि वह मामले की जांच अब सीबीआई को सौंप दे।'
उधर, मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज चौहान ने कहा है कि हमने सीबीआई जांच के लिए लिखित सिफारिश कर दी है। तमाम कोशिशों के बावजूद राज्य पुलिस हत्याकांड के बारे में कुछ पता नहीं लगा सकी है।
पुलिस सूत्रों के अनुसार, तरुण विजय ने स्वीकार किया है कि शेहला को वह अच्छी तरह जानते थे और उसकी हत्या से डेढ़ घंटे पहले उनकी शेहला से बातचीत भी हुई थी।
इस दौरान शेहला ने उन्हें जन लोकपाल विधेयक के संबंध में चलाए जा रहे आंदोलन के संबंध में जानकारी दी थी। उधर, शेहला मसूद के परिजनों का भी कहना है कि शेहला मसूद तरुण विजय को अच्छी तरह जानती थीं और एक बार वह उनके भोपाल स्थित आवास पर भी आए थे। शेहला जब भी दिल्ली जातीं तो तरुण विजय से अवश्य मिलती थीं।
शेहला की हत्या के संबंध में भोपाल पुलिस बीजेपी के एक विधायक और भारतीय पुलिस सेवा के एक अधिकारी सहित अनेक लोगों से पूछताछ कर चुकी है लेकिन पुलिस को अभी तक इस संबंध में कोई अहम सुराग हाथ नहीं लग सके हैं।
प्रदेश कांगेस अध्यक्ष कांतिलाल भूरिया, विधान सभा में विपक्ष के नेता अजय सिंह ने भी इस मामले की जांच सीबीआई से करवाए जाने की मांग की है। भोपाल पुलिस शेहला मसूद के हत्यारों का सुराग देने वाले को एक लाख रुपए का इनाम देने की पहले ही घोषणा कर चुकी है।
यहां बता दें कि 16 अगस्त को शेहला मसूद की भोपाल के कोह--फिजा स्थित उनके घर के बाहर काफी नजदीक से गोली मारकर दिनदहाड़े हत्या कर दी गई थी। उस समय वह अन्ना हजारे के आंदोलन में शामिल होने के लिए घर से निकली थी। शेहला के मर्डर के पीछे उन लोगों का हाथ होने की आशंका जताई जा रही है, जिनके खिलाफ वह सूचना के अधिकार के तहत जानकारियां निकाल रही थीं।