Saturday, September 06, 2025

2022 में घर तोड़ा, 3 वर्ष बाद भी निगम ने RTI की नहीं दी जानकारी, मुख्य सूचना आयुक्त ने दिए जांच के निर्देश

Dainik Bhaskar: Gwalior: Saturday, 6 September 2025.
मामला किलागेट का: रिकॉर्ड चोरी होने की दलील दे रहा है निगम
, फरियादी का दावा-मेरा नक्शा बदला
प्रदेश के मुख्य सूचना आयुक्त के समक्ष इन दिनों ग्वालियर निगम से जुड़े एक बेहद अनूठे मामले की सुनवाई हो रही है। पहले जब आरटीआई दायर की तो निगम ने जवाब नहीं दिया, फिर फर्स्ट अपील की तब भी यही रवैया अपनाया। जब मुख्य सूचना आयुक्त विजय यादव के समक्ष सेकंड अपील की, तो निगम अधिकारी यशवंत मैकले उपस्थित हुए। निगम अधिकारी ने बताया कि आरटीआई से जुड़ा हुआ रिकॉर्ड तो 20 मार्च 2018 को चोरी हो गया, यानी कि आरटीआई दायर करने से पहले चोरी की एफआईआर सवा 5 साल की देरी (26 जून 2023) को दर्ज कराई गई। मुख्य सूचना आयुक्त जानकारी से संतुष्ट नहीं हैं।
उन्होंने ग्वालियर कलेक्टर रुचिका चौहान को निर्देश दिया है कि वे राजपत्रित अधिकारी से इस मामले की जांच कराएं। जानकारी देते हुए उमेश गुप्ता ने बताया-किलागेट पर निगम में 13 नवंबर 2022 को तुड़ाई की थी। इसमें उनके 600 वर्ग फीट में बने तीन मंजिला भवन का आधा हिस्सा तोड़ा था। जब उन्होंने जुलाई 2023 में मकान के नक्शे (मंजूरी) की कॉपी और घर के पीछे बने स्कूल को मिली भवन निर्माण की मंजूरी की जानकारी आरटीआई से मांगी। तब से निगम अधिकारी उन्हें एक से दूसरी जगह भेजते रहे।
एक साल बीतने के बाद जब रिकॉर्ड नहीं मिला तो उन्होंने सूचना आयुक्त के समक्ष अपील की। यहां निगम की ओर से बताया गया कि स्कूल संबंधी रिकॉर्ड चोरी हो गया है। उमेश गुप्ता से संबंधित रिकॉर्ड हमारे पास है, जो कि दे दिया है। उमेश ने निगम के रिकॉर्ड को गलत बताया, दावा किया कि जो अनुमति क्रमांक निगम के रिकॉर्ड में है, वह मुरार के भवन का है। मामला उलझता देख मुख्य सूचना आयुक्त ने जांच कराने का निर्देश दिया। जब निगम ने रिकॉर्ड चोरी होने की दलील दी थी को तो मुख्य सूचना आयुक्त ने कहा था कि रिकॉर्ड चोरी करने से किसी को क्या फायदा मिलेगा ?