Zee News: Azamgarh: Wednesday,
15 January 2025.
यूपी के आजमगढ़ जिले से एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है. जहां जिले में तैनात होमागार्ड के बारे में आरटीआई से जानकारी मांगी गई थी. लेकिन इसमें मिला जवाब देखकर लोग सन्न रह गए.
यूपी के आजमगढ़ जिले से एक अजब-गजब मामला सामने आया है. जिले के होमगार्ड मण्डलीय कमाडेण्ट व होमगार्ड जिला कमाडेण्ट से आरटीआई के तहत मांगी गई जानकारी की जगह रजिस्टर्ड डाक से दो-दो बार सादा कागज मिला है. होमगार्ड विभाग पर लगा ये आरोप जन सूचना अधिकार की खिल्लियां उड़ा रहा है.
क्या है पूरा मामला:
आजमगढ़ जिले के होमगार्ड
संगठन पदाधिकारी ने बताया कि नवम्बर महीने में जन सूचना अधिकार के तहत होमगार्ड
जिला कमांडेंट से जिले में कितने होमगार्ड कार्यरत हैं, किन-किन स्थानों पर उनकी ड्यूटी लगती है. इसकी जानकारी
जनसूचना अधिकार के तहत मांगी गई थी. लेकिन इसके जवाब में मांगी गयी रिपोर्ट में जो
रजिस्टर्ड डाक से पत्र मिला उसे देख वह हैरान रह गए. इसमें केवल सादा कागज था.
सूचना पर मिला 'कोरा कागज':
यही नहीं दूसरी बार
दिसंबर में दोबारा होमगार्ड के मण्डलीय कमांडेंट से जन सूचना अधिकार के तहत
रिपोर्ट मांगी गई कि जिले में कितने होमगार्डों की किन-किन पैलेस पर ड्यूटी लगती
है. जिसके जवाब में उन्हें 13
जनवरी को दोबारा
रजिस्टर्ड डाक से जो लिफाफा मिला. उसमें भी सादा कागज मिला.
वीडियोग्राफी भी कराई:
जिला कमाडेण्ट द्वारा
भेजी गयी रिपोर्ट में सादा पेपर मिलने के कारण, जब
दूसरी बार जानकारी लेने की कोशिश की गई तो दूसरा रजिस्टर्ड पत्र प्राप्त करते समय
पोस्टमैन के सामने वीडियोग्राफी कराई गई. जहां मण्डलीय कमाडेण्ट के पत्र के जबाब
में भी सादा कागज मिला, जिसे देखकर लोग सन्न रह गये.
विभागीय अधिकारियों पर लगे आरोप:
होमगार्ड संगठन के
पदाधिकारी ने आरोप लगाया कि यह विभागीय अधिकारी सरकार की मंशा के विपरीत कार्य
करके सरकार की छवि को धूमिल कर रहे हैं.
यूपी के आजमगढ़ जिले से एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है. जहां जिले में तैनात होमागार्ड के बारे में आरटीआई से जानकारी मांगी गई थी. लेकिन इसमें मिला जवाब देखकर लोग सन्न रह गए.
यूपी के आजमगढ़ जिले से एक अजब-गजब मामला सामने आया है. जिले के होमगार्ड मण्डलीय कमाडेण्ट व होमगार्ड जिला कमाडेण्ट से आरटीआई के तहत मांगी गई जानकारी की जगह रजिस्टर्ड डाक से दो-दो बार सादा कागज मिला है. होमगार्ड विभाग पर लगा ये आरोप जन सूचना अधिकार की खिल्लियां उड़ा रहा है.
क्या है पूरा मामला:
सूचना पर मिला 'कोरा कागज':
वीडियोग्राफी भी कराई:
विभागीय अधिकारियों पर लगे आरोप: