Thursday, July 30, 2015

ये यूनिवर्सिटी है या RTI की प्रयोगशाला, दाखिल हो चुकी है 2447 अर्जियां

News18: Ajmer: Thursday, 30 July 2015.
अजमेर के महर्षि दयानन्द सरस्वती विश्वविद्यालय आरटीआई यानि सूचना के अधिकार का अखाड़ा बनकर रह गया है.
यहां के व्याख्याताओं समेत सभी कर्मचारी एक-दूसरे के खिलाफ कई आरटीआई लगा चुके हैं. आंकड़ों पर नजर डाली जाए तो लगता है माने आरटीआई नहीं हुआ कोई हथियार हो गया जिसके सहारे सभी एक-दूसरे से रंजिश निकाल रहे है. आंकड़े देखने से ऎसा लगता है मानो सूचना के अधिकार का उपयोग सिर्फ विवि में ही हो रहा हो.
6 वर्षों में दाखिल हुई 2447 आरटीआई :
महर्षि दयानंद सरस्वती विश्वविद्यालय के खिलाफ 2009 से अब तक 2447 आरटीआई दाखिल हो चुकी है. जिसमें वर्ष 2009 में 211, वर्ष 2010 में 258, वर्ष 2011 में 430, वर्ष 2012 में 540, वर्ष 2013 में 366, वर्ष 2014 में 434 व वर्ष 2015 में जून माह तक 208 आरटीआई लग चुकी हैं. इनमें बड़ी संख्या में कॉलेज के व्याख्याताओं व कर्मचारियों ने एक-दूसरे के खिलाफ आरटीआई लगाई हैं