Tuesday, September 09, 2014

RTI नियमों का पालन नहीं कर रही है DAVP

नवभारत टाइम्स: नई दिल्ली: Tuesday, 09 September 2014.
आरटीआई कानून के तहत किए गए आवेदन के छह महीने बीत जाने के बाद भी दृश्य और प्रचार निदेशालय (डीएवीपी) से सूचना नहीं उपलब्ध कराने की बात सामने आई है। आरोप है कि देर होने का कोई कारण भी नहीं बताया गया। इस बारे में विभाग के एक सूचना अधिकारी से बात की गई तो उन्होंने जवाब दिया कि अभी जानकारी जुटाई जा रही है। पीटीआई-भाषा न्यूज एजेंसी ने इसी साल मार्च में भारत निर्माण से जुड़े विज्ञापनों को लेकर डीएवीपी से आरटीआई कानून के तहत जानकारी मांगी गई थी।
मंत्रालय की ओर से डीएवीपी को आवेदन भेजे जाने के एक महीने बाद भी सूचना नहीं मिलने पर आवेदक ने 24 अप्रैल को मंत्रालय और डीएवीपी दोनों के प्रथम अपील अधिकारियों को अपील पत्र भेजा। इस पर मंत्रालय ने 9 मई को अपील पत्र डीएवीपी को भेजते हुए कहा कि आवेदक को जल्द से जल्द जानकारी उपलब्ध कराई जाए। आरोप है कि डीएवीपी ने इसके बावूजद आज तक कोई सूचना मुहैया नहीं कराई है। उसने आवेदन पर चल रही प्रक्रिया अथवा विलंब के बारे में भी कोई पत्र नहीं भेजा है। इस संबंध में बात किए जाने पर डीएवीपी के एक सूचना अधिकारी ने कहा कि आवेदन में कई सवाल पूछे गए हैं और उन पर जानकारी जुटाई जा रही है। इसमें समय लगेगा। इससे पहले जुलाई में अधिकारी ने कहा था कि जवाब तैयार है और बहुत जल्द भेजा जा रहा है।
विभाग ने औपचारिक रुप से इस बारे में कोई पत्राचार नहीं किया है। आरटीआई के तहत दायर आवेदन में पूछा गया था कि भारत निर्माण से संबंधित विज्ञापनों के निर्माण और रेडियो, टेलिविजन पर इनके प्रसारण तथा अखबारों में इनके प्रकाशन पर कुल कितनी राशि खर्च हुई है। आवेदन में यह भी पूछा गया था कि इससे सबंधित विज्ञापन कितने माध्यमों पर प्रचारित, प्रसारित अथवा प्रकाशित हुए और इनकी प्रसारण संख्या का ब्यौरा क्या है।