नवभारत
टाइम्स: ग्रेटर नोएडा: Sunday, 04 May 2014.
आरटीआई
ऐक्टिविस्ट चंदमोहन शर्मा की मौत को लेकर संशय बरकार है। पुलिस अफसरों की मानें तो
पीएम रिपोर्ट और कार का टेक्निकल मुआयना कराने के बाद ही हत्या की वजह साफ हो
सकेगी। उधर मृतक की पत्नी सविता शर्मा ने हत्या का आरोप लगाते हुए कासना गांव के
ही 5 लोगों के खिलाफ शुक्रवार शाम हत्या की तहरीर दी थी।
पुलिस ने शनिवार को इस मामले में एफआईआर दर्ज कर ली। पुलिस अफसरों का कहना है कि
चंद्रमोहन की मौत के बाद से नामजद आरोपी गांव से फरार हैं। वहीं परिजनों ने पूरे
मामले में पुलिस की कार्रवाई पर सवाल उठाते हुए एसएसपी से इसकी शिकायत की है।
चंद्रमोहन
की पत्नी सविता शर्मा की तहरीर पर कासना कोतवाली पुलिस ने कासना गांव के बृजेश, ज्ञानी,
राजू उर्फ राजकुमार
पुत्र सुकरमपाल, ब्बल उर्फ आंनद और प्रवीन
पुत्र बृजेश के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया है। बताया गया है कि मंदिर के पास
में सरकारी जमीन पर सुकरमपाल के परिवार का कब्जा था। जमीन लेकर ये चंद्रमोहन से
दूश्मिनी मानते थे। जमीन को लेकर केस भी चल रहा है। साथ ही कई बार जान से मारने की
पहले भी धमकी दी जा चुकी थी।
दर्ज
एफआईआर के मुताबिक 28 अप्रैल को परीचौक पर बृजेश ने
ही उन्हें जान से मारने की धमकी दी थी। आरोप है कि अब एक मई की रात में हत्या करने
के बाद उन्हें कार में जला दिया गया है। वहीं एसपी देहात डॉ. बृजेश कुमार सिंह ने
बताया कि अभी तक दम घुटने से मौत का मामला सामने आ रहा है। अभी पोस्टमॉर्टम
रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है। रिपोर्ट आने के बाद ही कुछ स्थिति साफ हो
सकेगी। उन्होंने बताया कि जली हुई कार की फॉरेंसिक जांच भी कराई जाएगी। साथ ही
कंपनी से भी टेक्निकल मुआयना कराया जाएगा।