Saturday, April 26, 2014

स्टिंग ऑपरेशन में फंसे फर्जी आरटीआई कार्यकर्ता

Nai Dunia: Jabalpur: Saturday, April 26, 2014.
चरगवां पुलिस ने एक महिला शिक्षिका द्वारा किए गए स्टिंग ऑपरेशन में कैद दो फर्जी आरटीआई कार्यकर्ताओं के खिलाफ धमकाकर अवैध वसूली करने का मामला दर्ज किया है। पुलिस के अनुसार आरोपी लंबे समय से शिक्षिका और उनकी तरह जिले के कई विकासखंडों के शिक्षकों और छात्रावास वार्डन से पैसा वसूलने का काम कर रहे थे। फिलहाल खुद को मीडिया कर्मी बताने वाले आरोपी फरार हैं, जिनकी पुलिस तलाश कर रही है।
चरगवां थाना प्रभारी उनि लोकेन्द्र सिंह ने बताया कि शाहीनाका गढ़ा निवासी कुसुम कोष्टा ने 25 अपै्रल को रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि वे बम्बावारी चरगवां में प्राध्यापक के पद पर पदस्थ हैं। कस्तूरबा गांधी छात्रावास के वार्डन का अतिरिक्त प्रभार भी है। 10 मार्च को अनिल जैन ने अपने आपको मीडियाकर्मी बताते हुए फोन किया और आरटीआई का हवाला देते हुए पैसों की मांग की। अनिल जैन ने फोन पर ये भी कहा कि कुंडम छात्रावास, कुबरहट और नटवारा, सभी जगह से मेरा हिसाब हो गया है, केवल आपका हिसाब बाकी है। कुसुम ने इसकी सूचना अपने उच्चाधिकारियों को देते हुए अनिल को 15 मार्च को दोपहर 12:20 बजे में छात्रावास में बुलाया। अनिल जैन अपने साथी राहुल सोनकर के साथ आया और 10 हजार रुपये की मांग की। इस दौरान पहले से छात्रावास में मौजूद सहायक वार्डन, शैलेजा ठाकुर और सफाई कर्मी कमला बाई के सहयोग से दोनों का स्टिंग ऑपरेशन कर वीडियो रिकार्डिंग कर ली और बाद में रुपये देने की बात कहकर उन्हें लौटा दिया। दो दिन बाद अनिल जैन ने फिर फोन किया और आरटीआई का हवाला देते हुए डराया, धमकाया। वे 17 मार्च को गढ़ा स्थित उसके घर गए और रुपयों की मांग करते हुए परेशान करने लगे। श्री सिंह ने बताया कि रिपोर्ट के आधार पर अनिल जैन और उसके साथी राहुल सोनकर के खिलाफ धारा 384,34 भादवि का अपराध दर्ज कर आरोपियों की तलाश की जा रही है।
डीपीसी ने की थी पहल:
उल्लेखनीय है कि शिक्षिका कुसुम कोष्टा की शिकायत पर डीपीसी आरएस दीक्षित ने फर्जी आरटीआई कार्यकर्ता को बेनकाब करने स्टिंग ऑपरेशन की रणनीति बनाई थी। सीडी में रुपये मांगते कैद हुए अनिल जैन की करतूत से जिला शिक्षा अधिकारी व कलेक्टर को भी अवगत कराया गया था।