दैनिक जागरण: अमृतसर: Monday,
May 13, 2019.
आरटीआइ कार्यकर्ता जगदीश सिंह ने ट्रैफिक पुलिस की ओर से आरटीआइ
के तहत ई- रिक्शा संबंधी सही जानकारी उपलब्ध न करवाने को लेकर पंजाब के सूचना कमिश्नर
के पास मामला दायर कर दिया है। आरटीआइ के तहत सूचना मांगने पर उसे पुलिस के अधिकारियों
की ओर से धमकाया गया जिसकी लिखित शिकायत भी जगदीश सिंह ने अमृतसर के पुलिस कमिशनर और
डीजीपी पंजाब को भेज दी है। जगदीश सिंह ने पत्रकार वार्ता के दौरान दस्तावेज दिखाते
हुए कहा कि अगर विभाग के अधिकारियों ने उसे पूरी सूचना देते हुए न्याय न किया तो वह
हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाएंगे।
जगदीश सिंह ने दस्तावेजों के साथ खुलासा करते हुए कहा कि महानगर
में अमृतसर में दिन प्रतिदिन गैर रजिस्टर्ड ई रिक्शा की संख्या बढ़ती जा रही है। अकेले
अमृतसर में ही इस वक्त करीब 30
हजार ई रिक्शा हैं जिनमें
से करीब 16 हजार ई रिक्शा गैर पंजीकृत हैं।
सरकार की ओर से प्रति ई रिक्शा का पंजीकरण करने की फीस 6500 रुपये रखी हुई है। दिन प्रति दिन बढ़ रही गैर पंजीकृत
ई रिक्शा की संख्या शहर में हरिमंदिर साहिब,
जलियांवाला बाग और श्री दुग्र्याणा
तीर्थ के साथ अलग अलग इलाकों में ट्रेफिक की गंभीर समस्या पैदा कर रही है। ई रिक्शाओं
की संख्या और इसके पंजीकरण के संबध में आरटीआई के तहत उनकी ओर से 5 मार्च को पुलिस कमिशन और 11 मार्च को पुलिस कमिशनर से जानकारी मांगी थी। उसे जवाब
नही मिला तो उसने इसका रिमाइंडर भेजा। उसे अधूरी और गलत सूचना दी गई। इस के बाद उसे
ट्रेफिक पुलिस के कुछ अधिकारियों ने फोन पर डराना धमकाना शुरू कर दिया। जिसकी शिकायत
भी उसने लिखित रूप में पुलिस कमिश्नर,
डीजीपी और अन्य उच्च अधिकारियों
को भेजी। उसने बताया कि वह मामले को लेकर आरोपियों के खिलाफ अब हाई कोर्ट में जाएगा।