Saturday, April 13, 2024

लोकसभा की 543 में से 265 संसदीय क्षेत्र को ADR ने बताया रेड अलर्ट, तेजी से बढ़ी आपराधिक छवि के प्रत्याशियों की संख्या: शत्रुघ्‍न शर्मा

Jagran News: Ahmedabad: Saturday, 13 April 2024.
लोकसभा चुनाव के पहले एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स ने लोकसभा की 543 में से 265 संसदीय क्षेत्र को रेड अलर्ट बताया है जिस संसदीय क्षेत्र के तीन अथवा इससे अधिक प्रत्याशियों पर आपराधिक केस लंबित है उनको रेड अलर्ट माना गया है।2019 में चुनाव जीतने वाले 233 सांसदों पर आपराधिक केस लंबित बताये गये हैं। वर्ष 2014 में हुए लोकसभा चुनाव में दागी प्रत्याशियों की संख्‍या में मामूली बढ़ोतरी हुई.
लोकसभा चुनाव 2024 के पहले एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (ADR) ने लोकसभा की 543 में से 265 संसदीय क्षेत्र को रेड अलर्ट बताया है, जिस संसदीय क्षेत्र के तीन अथवा इससे अधिक प्रत्याशियों पर आपराधिक केस लंबित है उनको रेड अलर्ट माना गया है। 2019 में चुनाव जीतने वाले 233 सांसदों पर आपराधिक केस लंबित बताये गये हैं।
तेजी से बढ़ी है आपराधिक छवि वाले प्रत्याशियों की संख्या
देश में चुनाव प्रणाली व लोकतंत्र में सुधार पर काम करने वाली संस्था एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स एडीआर की हालिया रिपोर्ट में बताया गया है कि पिछले चार आम चुनाव में आपराधिक छवि के प्रत्याशियों की संख्या में लगातार बढ़ोतरी हुई है।
इस तरह बढ़ी संख्या
लोकसभा चुनाव 2004 में कुल 4501 प्रत्याशियों में से 555 पर आपराधिक केस लंबित थे, 2009 में यह संख्या 7810 प्रत्याशियों में से 1158 तक पहुंच गई थी। अगर रेड अलर्ट संसदीय क्षेत्रों की बात की जाए तो इनकी संख्या भी लगातार बढ़ी है, 2009 के आम चुनाव में रेड अलर्ट लोकसभा क्षेत्रों की संख्या 196 थी जो 2014 में 245 तथा 2019 में रेड अलर्ट लोकसभा क्षेत्रों की संख्या 265  हो गई।
दागी प्रत्याशियों की संख्या में हुई मामूली बढ़ोतरी
वर्ष 2014 में हुए लोकसभा चुनाव में दागी प्रत्याशियों की संख्‍या में मामूली बढ़ोतरी हुई, इस चुनाव में 7562 प्रत्याशी मैदान में थे इनमें से 1279 पर आपराधिक केस लंबित थे जबकि 2019 के चुनाव में 7928 उम्मीदवारों में से 1500 पर आपराधिक केस लंबित थे। बीते 20 वर्ष में देश के आम चुनाव में दागी प्रत्याशियों का प्रतिशत 12 से 19 फीसदी तक हो गया।
2004 के आम चुनाव में 320 उम्मीदवार ऐसे थे जिन पर गंभीर किस्म के आपराधिक केस दर्ज थे यह आंकड़ा 2019 के चुनाव में 1070 तक पहुंच गया। पिछले 4 आम चुनाव में आपराधिक छवि के सांसदों की संख्या लगातार बढ़ी है, 2004 में 128 सांसद दागी थे, 2019 में इनकी संख्‍या 233 तक पहुंच गई। दागी सांसदों का प्रतिशत 20 साल में 23 प्रतिशत से 43 प्रतिशत तक हो गया।
रेड अलर्ट वाले लोकसभा क्षेत्र
जिस लोकसभा क्षेत्र के तीन अथवा इससे अधिक प्रत्‍याशियों पर आपराधिक केस लंबित है उनको रेड अलर्ट माना जाता है।