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News: Chandigarh: Saturday, 20 December 2014.
हरियाणा
सरकार ने खुलासा किया है कि रॉबर्ट वाड्रा और डीएलएफ के बीच हुई विवादित डील में
से दो महत्वपूर्ण पेज गायब हो गए हैं। गुम हुए पेज में कई टिप्पणियां भी थीं।
यह
मुद्दा तब सामने आया था जब IAS
ऑफिसर अशोक खेमका ने
फाइल की कॉपी लेने के लिए एक RTI
दायर की थी। इस डील के
रद्द होने के समय अशोक खेमका महानिदेशक (संयुक्त) थे।
हरियाणा
में पूर्व मुख्यमंत्री भूपिंदर हुड्डा की सरकार द्वारा बनाई गई तीन सदस्यीय समिति
के साथ यह डील की गई थी, जबकि खेमका के पास इस डील में
हुए परिवर्तन को रद्द करने के अधिकार थे।
खेमका
के RTI आवेदन पर प्रतिक्रिया देते हुए
राज्य के जन सूचना अधिकारी डॉ. वाधवा ने एक एफिडेविट में कहा, "ऑफशियल फाइल के पेज नं. 1 और 2 को ढूंढने की बहुत कोशिश की
गई, लेकिन पेज नहीं मिल सके। इसलिए आवेदक को पेज नहीं दिए
जा सके।"
इस
जवाब के बाद खेमका ने राज्य के मुख्य सचिव को इस मामले में एफआईआर करने को कहा। इस
मामले में सरकार ने कार्रवाई के लिए सुनिश्चित किया।
कांग्रेस
अध्यक्ष सोनिया गांधी के दामाद रॉबर्ट वाड्रा पर राजनीतिक पहुंच का फायदा उठाते
हुए 65 करोड़ रुपये का ब्याज मुक्त
लोन लेने और सस्ते दामों पर जमीन लेने का आरोप लगा था।